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| भारत की सबसे साफ नदी, cleanest river in the country |
देश की सबसे साफ नदी बांग्लादेश की सीमा के पास भारत के मेघालय राज्य में पड़ती है इस नदी का नाम उमंगोट (umngot) नदी है। यह इतनी साफ है कि बीच में पानी की गहराई का मैदान देख भी सकते हैं। और नाव/ बोट शीशे पर तैरती हुई दिखती देती है। बांग्लादेश सीमा के पास पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले की एक छोटी सी बस्ती दाऊकी (Dawki) से होकर बहती है। यह मेघालय की राजधानी शिलांग से केवल 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
प्राकृतिक सुंदरता
प्राकृतिक सुंदरता को देखने के बाद हमारा दिल खुश हो जाता है। चारो और हरियाली, पेड़ों, पहाड़ों, नदियों, जंगल या झरनों की सुंदरता को देखकर हमें अद्भुत लगता है। गर्मियों की छुट्टियों के लिए जगह खोजने की कोशिश कर रहे हैं और यह आपके लिए एक ऐसी जगह हैं जहां पर जाकर प्राकृतिक परिदृश्य भरपूर आनंद पा सकते हैं। इस नदी का पानी कांच की तरह साफ है, जिसमे कोई भी नदी के मैदान को आसानी से देख सकता है। जो इसे पहली बार देखता है उसे अपनी आखों पर विश्वास ही नहीं होता कि इतनी साफ नदी हमारे देश में भी हो सकती है।
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| भारत की सबसे साफ नदी, cleanest river in the country |
हर दिन नदी की सफाई करते हैं यहाँ के स्थानीय लोग
उमनगोत तीन गांवों से होकर निकलती है जिनके नाम दावकी, दारंग और शेंनान्गडेंग है। इन्हीं गांवों में निवास करने वाले स्थानीय लोगों ने इसकी सफाई जिम्मेदारी ले रखी है।
मौसम और पर्यटकों की संख्या के हिसाब से महीने में एक, दो या चार दिन कम्युनिटी डे के होते हैं। इस दिन गांव के हर घर से कम से कम एक व्यक्ति नदी की सफाई के लिए आते है, और अपनी जिम्मेदारी से सफाई का पूरा काम करते है।
गांव में आबादी की बात की जाए तो यहां करीब 300 घर हैं। सभी गांव वाले आपकी तालमेल से मिलकर सफाई का कार्य करते हैं।
आप सोच रहे होंगे कि हमारी देश की गंगा, जमुना जैसी बड़ी नदियां भी इतनी साफ नहीं है तो यह मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग की एक छोटी सी नदी इतनी साफ कैसे हो सकती है। जी हां, आप सही सोच रहे हैं, वहां के सख्त कानून और यात्रियों को सख्त हिदायत देने की वजह से ही ये नदी अभी तक साफ और कांच की तरह पारदर्शी नजर आती है।
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| भारत की सबसे साफ नदी, cleanest river in the country |
"Picture source - social media"
यदि जहां पर आप गंदगी फैलाते हैं तो आपको पर 5000 रु. तक जुर्माना देना पड़ेगा है। यह बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि जुर्माना लगाने के माध्यम से गंदगी पर काबू पाया जा सकता है, अन्यथा लोग बहुत लापरवाही बरतते हैं। और जगह-जगह गंदगी फैला देते हैं। यहां स्वच्छता का सख्ती से पालन किया जाता है। यहां आने वाले सभी पर्यटकों को पहले हो सख़्त हिदायत दी जाती है की किसी भी तरह की गंदगी न फैलाएं, अगर ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।
पर्यटन की दृष्टि से इस समय होते है सबसे ज्यादा पर्टयक
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| भारत की सबसे साफ नदी, cleanest river in the country |
"Picture source - social media"
यहां नवंबर से अप्रैल तक सबसे अधिक पर्यटक आते हैं। पर मानसून के समय में बोटिंग बंद रहती है। उमंगोट नदी अपनी पारदर्शिता के लिए काफी लोकप्रिय है और लोग यहां वोटिंग का आनंद लेने के लिए भी आते हैं। तट पर उमंगोट नदी की गहराई लगभग 3 फीट है और नदी के बीच में जाने पर गहराई 15 फीट तक हो जाती है। यदि आप यहां पर जाने की सोच रहे हैं तो इस नदी पर जाने के लिए गर्मियों का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है। बता दें कि इस नदी में बड़ी संख्या में मछलियां भी पाई जाती हैं।
यहां कैसे पहुच सकते है आप
यहां जाने के लिए आप निजी वाहन भी बुक करा सकते हैं, क्योंकि यह सड़क से जुड़ा रास्ता है। यदि आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो गुवाहाटी रेलवे स्टेशन आपको सबसे नजदीक स्टेशन पड़ेगा।
उमनगोत के पास के गांव मावलिननॉन्ग को एशिया के सबसे साफ गांव का दर्जा दिया है।
एशिया का सबसे साफ सुथरा गाँव भी मेघालय में स्थित है। जिसका नाम मावलिननॉन्ग है। मेघालय के इस छोटे से गाँव में प्लास्टिक पूरी तरह से प्रतिबंधित है मावलिननॉन्ग गाँव 2003 में भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का भी सबसे साफ सुथरा गाँव बना था।




1 Comments
Good post
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