मिठाई की दुकान से शुरू हुआ था , सत्या डोसा का सफर



जी हाँ , सागर के प्रसिद्ध सत्या डोसा की शुरुआत एक मिठाई की दुकान से हुई थी। इस दुकान मालिक के आर. कानन बताते है कि तमिल नाडु से आये थे। और शुरुआत में उन्होंने मिठाई का ठेला लगाया था। जो कि सागर के लोगो को बहुत पसंद थी ।लेकिन सागर के लोगों का कहना था कि आप मद्रास आये हैं , वहाँ का डोसा प्रसिद्ध हैं , आप भी डोसा बेचो।


फिर इसके बाद अन्ना ( दुकान संचालक ) ने तीन बत्ती पर हाथ ठेला पर डोसा , उत्पम और इडली बेचना शुरू किया। जो कि सागर के लोगो को बहुत ही पसंद आया। डोसा का मूल्य 2 रुपये प्लेट , उत्पम 5 रुपये प्लेट और इडली एक रुपये प्रति प्लेट बेचा उस टाइम पर बेचा करते थे।


इसके बाद ठेला गुजराती बाजार के पास लगाया। और उसके बाद मस्जिद के पास पास दुकान खोली जो कि अभी वर्तमान में भी चालू हैं। 

Post a Comment

0 Comments