मटके का पानी ठंडा क्यों रहता हैं । मटके का पानी ठंडा कैसे होता हैं

मटके का पानी ठंडा क्यों रहता हैं


गर्मियों के समय में हम अक्सर फ्रिज या मटके का ठंडा पानी पीते हैं , पर आपने कभी यह सोचा हैं कि

 मटके का पानी ठंडा क्यों रहता हैं - why the water in earthen pot is cool 


क्यों ठंडा रहता है मिट्टी के मटके में भरा पानी?

दरसअल मटके की सतह पर बहुत ही छोटे छोटे छिद्र ( Hole ) होते हैं। जिस कारण घड़े की सतह पर हमेशा गीलापन रहता है। 

जब इन  छिद्रों से निकले पानी निकलता हैं , तो उस पानी का वाष्पीकरण ( evaporation) होता रहता है और जिस सतह पर वाष्पीकरण ( evaporation) होता है वह सतह ठंडी हो जाती है।

 यह  वाष्पीकरण क्रिया ( evaporation process ) ऐसी ही चलती रहती हैं ,और मटके का पानी ठंडा होता रहता हैं ।  मटके को अगर हवा और लगती रहे तो यह वाष्पीकरण क्रिया ( evaporation process) को तेज़ कर देती हैं ।


अभी के समय में लोग फ्रिज के पानी का उपयोग करने लगे , लेकिन अभी भी कुछ लोग मटके का पानी का इस्तेमाल करते हैं ।



अब जानते हैं मटके का पानी पीने के कुछ लाभ - Benefits of Clay Pot or Matka Water

बूस्ट होता हैं मेटाबॉलिज्म 

जब हम प्लास्टिक की बोतलों में जमा पानी पीते हैं, तो उसमें बिस्फेनॉल ए या बीपीए जैसे जहरीले रसायन होते हैं, जो शरीर को कई तरह से नुकसान पहुँचाते हैं , जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थों (Toxins) की मात्रा बढ़ जाता हैं ।अगर आप रोज़ घड़े का पानी पीने पीते है तो यह आपके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट (Metabolism Boost) करने में मदद करता है । घड़े का पानी रोजाना पीने से शरीर में टेस्‍टोस्‍टेरोन (Testosterone) भी बढ़ जाता है ।


पानी के pH को रखता है ठीक

घड़े में पानी रखने से इसका pH ठीक रहता है मिट्टी के गुण पानी मे आ जाते है जिससे इसका pH संतुलित रहता है।इस पानी को पीने से आपकों एसिडिटी और पेट दर्द जैसी समस्यों से छुटकारा मिलता है।



नोट : यह समस्त जानकारी इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की गई है , इस जानकारी का 100% सही होना जरूरी नहीं ।


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