Keyboard के Letters ABCD न हो कर QWERTY फॉर्मेट में ही क्यों होते हैं ?
आपने कंप्यूटर ,लैपटॉप , मोबाइल का कीबोर्ड तो देखा होगा इसमें ABCDEF की जगह QWERTY में Alphabet क्यों होते हैं ? आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि कंप्यूटर के Keyboard में ये ABCD उल्टे-पुल्टे क्यों होते हैं , A के बाद S और Q के बाद W क्यों आता है ?
Why there is QWERTY Format in Keyboard:
आपको बता दूँ कि सबसे पहले Typewriter A,B,C,D फॉर्मेट में हुआ करते थे। लेकिन उसमें तीन मुख्य परेशानी आ रही थी ।
1.एक तो ये कि उसके बटन एक दूसरे के काफी करीब होते थे, जिससे टाइपिंग में मुश्किल होती थी।
2.English के कुछ अक्षर जैसे A,E,L,R, M का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता हैं वही दूसरी ओर Z, X, V जैसे अक्षरों का इस्तेमाल कम किया जाता हैं । ज्यादा इस्तेमाल होनेवाले इन अक्षरों के लिए उंगली को पूरे कीबोर्ड पर घुमाना पड़ता था और इससे टाइपिंग स्पीड काफी स्लो हो जाती थी।
3.तीसरी परेशानी यह भी था कि ABCDEF layout में typewriter की keys( बटन ) जाम हो जाती थी ।
जिसके बाद इसको लेकर एक्सपेरिमेंट्स शुरू हुए। 1870 के दशक में QWERTY Format आया। इस फॉर्मेट में जरूरी यानी ज्यादा इस्तेमाल होने वाले लेटर्स को ऊंगलियों की रीच में सेट कर दिया गया । धीरे धीरे फिर QWERTY Keyboard ने अपनी जगह बना ली । लोगों को QWERTY keyboard की आदत होने के कारण कंप्यूटर और मोबाइल में भी यही QWERTY keyboard आया।

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