पुलिस महानिदेशक ( DGP ) राज्य के पुलिस बल का मुखिया होता है प्रशासनिक दृष्टि से प्रत्येक राज्य को क्षेत्रीय मंडलों में बाँटा जाता है, जिसे रेंज कहते है। और प्रत्येक पुलिस रेंज, पुलिस महानिरीक्षक के प्रशासनिक नियंत्रण में होती है। एक रेंज में अनेक जिले हो सकते हैं।
DGP भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में उच्चतम श्रेणी के पुलिस अधिकारी होते हैं। सभी डीजीपी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं। डीजीपी आमतौर पर हर भारतीय राज्य में राज्य पुलिस बल का प्रमुख होता है, कई मामले में अधिकारी को राज्य पुलिस प्रमुख कहा जाता है, जो कि कैबिनेट पद के बराबर होता है।
Fullform of DGP
डीजीपी (DGP) का फुल्लफॉर्म
DGP का फुल्लफॉर्म Director General of Police होता हैं ।
डीजीपी (DGP) का पद पुलिस विभाग का एक बहुत बड़ा पद होता है, यह पद केवल एक आईपीएस (IPS) किया हुआ व्यक्ति ही इस पद के लिए योग्य होता है । इसलिए यह पुलिस विभाग में एक सम्मानित पद है । एक डीजीपी (DGP) को अपने क्षेत्र में बहुत से अधिकार प्राप्त होते है, वह अपने अधिकारों का प्रयोग करके, अपने क्षेत्र की कानून व्यवस्था को देखता है ।
पुलिस महानिदेशक के अधिकार और कर्त्तव्य
यह राज्य का सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी होता है जो भारतीय पुलिस सेवा के द्वारा चुना जाता है। इसे प्रदेश में कैबिनेट मंत्री के समकक्ष दर्ज़ा प्राप्त होता है।
DGP को हिंदी में क्या कहते हैं ?
डीजीपी (DGP) को हिंदी में पुलिस महानिदेशक कहा जाता है |
क्या राज्य में एक ही DGP का पद रहता हैं ?
प्रत्येक राज्य में केवल 1 या सबसे अधिक 4 ऐसे पद होते है ।
DGP kaise bane
डीजीपी कैसे बने
डीजीपी (DGP) बनना कोई आसान कार्य नहीं होता है, इस पद को प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत और कठिन परीक्षाओं से गुजरने के बाद ही इस पद की प्राप्ति होती है |
क्या डीजीपी (DGP) के पद के लिए कोई परीक्षा होती हैं ?
डीजीपी (DGP) बनने के लिए UPSC ( संघ लोक सेवा आयोग ) के द्वारा आयोजित कराई जाने वाली Civil Services की परीक्षा में भाग लेना होता है । यदि आप इस परीक्षा में पास हो जाते है तो आप IPS अधिकारी बन जाते है और फिर प्रमोशन के बाद आप डीजीपी (DGP) यानि की पुलिस महनिदेशक पद पर पहुँच सकेंगे ।
Eligibility for DGP
डीजीपी (DGP) की योग्यता
◆ Educational Qualification
शैक्षणिक योग्यता
IPS बनने के लिए आपको UPSC ( संघ लोक सेवा आयोग ) के एग्जाम देने पड़ते है ,जिसके लिए अभ्यर्थी को कम से कम ग्रेजुएट पास होना जरूरी होता है, यदि आपकी शैक्षिक योग्यता कम है तो आप इस पद के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे |
◆ डीजीपी (DGP) के लिए आयु सीमा
डीजीपी (DGP) पद की परीक्षा के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से 32 वर्ष तक निर्धारित की गई है । आरक्षित वर्ग को नियमानुसार छूट प्रदान की जाती है ।
DGP का पद कैसे प्राप्त होता हैं
सर्वप्रथम आपको उप पुलिस अधीक्षक (DSP) बनाया पद पर नियुक्त किया जाता है इसके बाद आपको अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) पद पर कार्य करना होता है, फिर पुलिस अधीक्षक (SP) पद की जिम्मेदारी सम्भालनी होती है, इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) पर तैनाती की जाती है | इसके बाद आपको पुलिस महानिरीक्षक (DIGP) नियुक्त किया जायेगा | अब पुलिस महानिरीक्षक (IGP) बन जायेंगे, इसके बाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) का पद का कार्यभार सौंपा जाता है फिर अब अंत में आपको पुलिस महानिदेशक (DGP) यानि की डीजीपी पद पर नियुक्त किया जाता है, पुलिस विभाग का यह अंतिम पद होता है | इसलिए यह पद आसान नहीं होता है, बहुत अधिक मेहनत करने के बाद ही इस पद को प्राप्त कर पाएंगे |
Salary of DGP
DGP की सैलरी
DGP एक आईपीएस अधिकारी होता है इसलिए उनकी सैलरी भी उसी स्केल में आती है जिसमे एक IPS अधिकारी की होती है ।
क्या पहचान होती है DGP की
पुलिस आयुक्त (राज्य) या पुलिस महानिदेशक की वर्दी पर अशोक स्तम्भ और एक तलवार का निशान होता है। कई स्थानों पर DGP को “कमिश्नर ऑफ पुलिस” (CP) भी कहते हैं। यह पद ब्रिटेन के “चीफ कांस्टेबल” के पद के बराबर होता है ।
पुलिस आयुक्त (राज्य) या पुलिस महानिदेशक की वर्दी पर अशोक स्तम्भ और एक तलवार का निशान होता है। कई स्थानों पर DGP को “कमिश्नर ऑफ पुलिस” (CP) भी कहते हैं। यह पद ब्रिटेन के “चीफ कांस्टेबल” के पद के बराबर होता है ।


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