बारिश सबको अधिकतर अच्छी लगती है , और पहली वारिश की बात ही कुछ और हैं । जैसे ही गर्मियां खत्म होती लोगो को वारिश का इंतज़ार रहता हैं। बारिश की बूंदें सूखी धरती पर पड़ती हैं तो एक अलग प्रकार की सौंधी खुशबू आती है जो सबका मन मोह लेती है , परन्तु क्या आपने कभी सोचा है कि ये खुशबू क्यों आती है, इसके पीछे क्या कारण हो सकता हैं ? क्या वैज्ञानिकों ने इसका कोई कारण बताया है या नहीं ! आइये इस पोस्ट में हम यह जानेंगे ......
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मिट्टी से उठने वाली सौंधी महक के पीछे तीन मुख्य कारण हो सकते हैं ।
1. ओजोन गैस ( Ozone Gas )
सबसे पहला कारण है कि ओज़ोन गैस ( Ozone Gas ) का होना । वैज्ञानिकों का मानना हैं कि बारिश के बाद वायुमंडल में फैली हुई ओजोन गैस की कुछ मात्रा पानी में घुल जाती है, जिसकी वजह से सौंधी खुशबु आती है। ओजोन गैस की महक क्लोरीन गैस की तरह थोड़ी तीखी होती है ।
सबसे पहला कारण है कि ओज़ोन गैस ( Ozone Gas ) का होना । वैज्ञानिकों का मानना हैं कि बारिश के बाद वायुमंडल में फैली हुई ओजोन गैस की कुछ मात्रा पानी में घुल जाती है, जिसकी वजह से सौंधी खुशबु आती है। ओजोन गैस की महक क्लोरीन गैस की तरह थोड़ी तीखी होती है ।
2. नोकार्डिया बैक्टेरिया ( nocardia bacteria)
दूसरा कारण है कि नोकार्डिया नामक बैक्टीरिया का होना । वैज्ञानिकों के अनुसार मिटटी में यह बैक्टीरिया पाया जाता है जिसके कारण भी महक आती है ।
दूसरा कारण है कि नोकार्डिया नामक बैक्टीरिया का होना । वैज्ञानिकों के अनुसार मिटटी में यह बैक्टीरिया पाया जाता है जिसके कारण भी महक आती है ।
3. पेड़ पौधे
तीसरी वजह बताई जाती है, पौधों का लगातार तेल स्रावित करते रहना। बारिश की बूंदों के साथ यह तेल तेजी से पूरे वातावरण में फैल जाता है। बारिश पानी और मिट्टी से कुछ ऐसी क्रिया करता है, जिससे खास तरह की महक उठती है। यह महक भी काफी हद तक गैसोमाइन की ही तरह होती है।
तीसरी वजह बताई जाती है, पौधों का लगातार तेल स्रावित करते रहना। बारिश की बूंदों के साथ यह तेल तेजी से पूरे वातावरण में फैल जाता है। बारिश पानी और मिट्टी से कुछ ऐसी क्रिया करता है, जिससे खास तरह की महक उठती है। यह महक भी काफी हद तक गैसोमाइन की ही तरह होती है।
क्या कहते हैं इस महक को
हम सब यह जानते हैं कि बारिश की बूंदों में कोई खुशबु नहीं होती है , परन्तु जब ये धरती को स्पर्श करती हैं और धूलकणों से मिलती हैं तब एक प्रकार की सौंधी खुशबु आती है। इस खुशबु को 'पेट्रिकोर' (petrichor) कहा जाता है ।
हम सब यह जानते हैं कि बारिश की बूंदों में कोई खुशबु नहीं होती है , परन्तु जब ये धरती को स्पर्श करती हैं और धूलकणों से मिलती हैं तब एक प्रकार की सौंधी खुशबु आती है। इस खुशबु को 'पेट्रिकोर' (petrichor) कहा जाता है ।

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