रेल दुर्घटना में 16 मज़दूरों की मौत

साल 2020 ना जाने क्या क्या दिखाकर जाएगा । महाराष्ट्र के औरंगाबाद  में पटरी पर सोये प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने से 16 की मौत हो गई है। मरने वालों में मजदूरों के बच्चे भी शामिल है। घटना शुक्रवार तड़के करमाड पुलिस स्टेशन ( Karmad Police Station )  थाने के अंतर्गत की है ।

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सभी मध्यप्रदेश जा रहे थे .....

सभी मज़दूर महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश के लिए निकले थे । सभी मजदूर एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे, हादसा बदनापुर और करमाड के बीच सुबह हुआ । लॉकडाउन के चलते ये सभी मजदूर अपने घर जाने के लिए 40 किलोमीटर चलकर आए थे। थकान ज्यादा लगी, तो पटरी पर सो गए। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका सफर यही खत्म हो जाएगा।

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रोटियां बिखरी पड़ी थी

जिस रोटी की तलाश में घर से निकले थे, वह उनके बेजान शरीर के पास बिखरी पड़ी हैं। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी से 16 मजदूरों के कटने  से सारे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई ।  खामोश पटरियों पर मौत का सन्नाटा पसरा है । रेल की पटरियों पर रोटियां बिखरी हुई थी , जो कि मज़दूर लोग खाने के लिए रखे होंगे । लाशों के साथ में लोगो का सामान बिखरा हुआ था । 

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40 km लंबा सफर तय किया ....

सभी लोग एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे । यह लोग जालना से औरंगाबाद ( 60km )  पैदल जा रहे थे , पर 40 km के लंबे सफर के बाद ये वही पर सो गए ।  कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच ट्रेनें नहीं चल रही ,  हो सकता पैदल चलते वक्त इन लोगों को कोई ट्रेन मिली भी न हो। ऐसे में रात में थककर इन्होंने पटरी पर ही बिस्तर लगा लिया। यही इनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई। सुबह-सुबह वहां से एक ट्रेन (माल गाड़ी) गुजरी और इन्हें मौत की नींद सुला गयी  ।


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पीएम मोदी ने दुख व्यक्त किया
महाराष्ट्र दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है, वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।'


रेल मंत्री ने ट्वीट किया

वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा, 'आज 5:22 AM पर नांदेड़ डिवीजन के बदनापुर व करमाड स्टेशन के बीच सोये हुए श्रमिकों के मालगाड़ी के नीचे आने का दुखद समाचार मिला। राहत कार्य जारी है, और इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं। दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।'
   


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