चंबल संभाग एक नजर में
चंबल संभाग में शामिल जिले - भिंड , मुरैना, श्योपुर
भिण्ड जिला
● बागियों का गढ़ या डकैतों की भूमि भी कहा जाता है ।
● मध्य प्रदेश का सबसे कम वर्षा ( 55 cm ) वाला स्थान है ।
● प्रदेश का दूसरा सूखा बंदरगाह मालनपुर भिंड में है ।
● जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटी तहसील रौन इस जिले में हैं ।
● गोहद काली मूंछ प्रजाति के चावल के लिए प्रसिद्ध है।
● रावतपुरा स्थल इसी जिले में है।
● यह जिला सरसों उत्पादक जिला है ।
● प्रदेश में सबसे कम लिंगानुपात वाला जिला है ( 1000:837 ) ।
● भिंड जिले में जमधारा का रेणुका माता मंदिर स्थित है ।
● इस जिले में अनुसूचित जनजाति के सबसे कम लोग हैं ।
मुरैना जिला
● गजक के लिए प्रसिद्ध जिला ।
● सरसों उत्पादक जिला है ।
● चंबल नदी के किनारे चंबल घड़ियाल परियोजना चालू है , जहां पर डॉल्फिनो का संरक्षण भी किया जा रहा है।
● हरसिद्धि माता का का प्रसिद्ध मंदिर कुतवार में है ।
● शहीद मंदिर बनाया गया राम प्रसाद बिस्मिल की स्मृति में ।
● यह कछवाहा वंश की राजधानी थी ।
● औद्योगिक विकास केंद्र बानमौर में है ।
● चौसठ योगिनी मंदिर मितावली मुरैना में है।
श्योपुर जिला
● मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा कुपोषित जिला ( बाल एवं महिला ) ।
● पालपुर कूनो अभयारण्य में एशियाटिक बब्बर शेरों का संरक्षण किया जाएगा।
● यह भी एक सरसों उत्पादित जिला है ।
● इस जिले में सहरिया जनजाति पाई जाती है ।
● श्योपुर में हस्तकला एवं काष्ठ कला प्रसिद्ध है ।

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